Movie/Album : कैलासा चांदन में (2009)
Music By : कैलाश खेर, नरेश कामथ, परेश कामथ
Lyrics By : कैलाश खेर
Performed By : कैलाश खेर
राह बुहारूं, पग पखारूँ, तम निहारूं जी
प्राण वारूँ, बैयाँ डारूं, मैं ना हारूं जी
हो ए जी म्हारे चतर सुजान, लीजो पहचान
काहे भरमाओ जी, आओजी, आओजी, आओजी
चांदन में मैं तकूँ री, तेरा सोना मुखड़ा
प्यारा प्यारा मुखड़ा
आँचल में मैं रखूँ री चंदा का टुकड़ा
ए जी प्यारा मुखडा
तू धरे जहां पाँव तो मुस्काए ये धरती
सैयां
ओजी म्हारी बिनती सुनलो आन म्हारे भगवान्
हमें ना सताओ जी
आओजी...
सर्प डसे सूना सूना, कैसा मीठा सा ज़हर
ऐ जी मीठा सा ज़हर
दरद बढ़े दूना दूना, उठे हिय में लहर
उठे हिरदे में लहर, मैं करून सिंगार तो
शर्माए यह दर्पण
सैयां
ओजी ऊँचे चढ़ के दूं अजान न बनो अनजान
पर्दा हटाओ जी
Music By : कैलाश खेर, नरेश कामथ, परेश कामथ
Lyrics By : कैलाश खेर
Performed By : कैलाश खेर
राह बुहारूं, पग पखारूँ, तम निहारूं जी
प्राण वारूँ, बैयाँ डारूं, मैं ना हारूं जी
हो ए जी म्हारे चतर सुजान, लीजो पहचान
काहे भरमाओ जी, आओजी, आओजी, आओजी
चांदन में मैं तकूँ री, तेरा सोना मुखड़ा
प्यारा प्यारा मुखड़ा
आँचल में मैं रखूँ री चंदा का टुकड़ा
ए जी प्यारा मुखडा
तू धरे जहां पाँव तो मुस्काए ये धरती
सैयां
ओजी म्हारी बिनती सुनलो आन म्हारे भगवान्
हमें ना सताओ जी
आओजी...
सर्प डसे सूना सूना, कैसा मीठा सा ज़हर
ऐ जी मीठा सा ज़हर
दरद बढ़े दूना दूना, उठे हिय में लहर
उठे हिरदे में लहर, मैं करून सिंगार तो
शर्माए यह दर्पण
सैयां
ओजी ऊँचे चढ़ के दूं अजान न बनो अनजान
पर्दा हटाओ जी